सुशान्त सिंह राजपूत केस में ड्रग एंगल का जबसे खुलासा हुआ है, तब से रिया चक्रवर्ती की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। नकरकोटिक्स डिपार्टमेंट की गिरफ्त में रिया चक्रवर्ती और उनके भाई की न्यायिक हिरासत आज खत्म होनी थी। मगर कोर्ट की तरफ से उन्हें एक गहरा झटका लगा है, कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत को बढ़ा कर अब 6 अक्टूबर तक कर दिया है। यानी कि अब 6 तारीख तक उन्हें हिरासत में ही रहना होगा। गौरतलब है कि नारकोटिक्स डिपार्टमेंट द्वारा तीन दिनों की कड़ी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया था। उनके साथ भाई शौविक, सैमुअल मिरांडा सहित कई ड्रग तस्कर भी नारकोटिक्स डिपार्टमेंट की गिरफ्त में है।
बता दें कि रिया और शौविक ने मुम्बई हाईकोर्ट में भी जमानत याचिका की अर्जी दी हुई है। जिसकी सुनवाई हाईकोर्ट कल कर सकती है। रिया के वकील सतीश मानशिन्दे ने यह जानकारी मीडिया के साथ साझा की। सुशांत केस में जब से नारकोटिक्स डिपार्टमेंट की एंट्री हुई है लगभग तभी से डिपार्टमेंट काफी एक्शन मोड में दिखाई दे रहा है। अभी तक कई छापेमारी को अंजाम दे कर एजेंसी ने करोड़ो की ड्रग बरामद की है तथा एक दर्जन से ज़्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसी लिस्ट में रिया और शौविक का नाम भी शामिल है।
Rhea Chakraborty & Showik Chakraborty have filed bail applications in the NDPS case before the Bombay High Court. It will come up for hearing on 23rd September. Details of the applications will be shared after the hearing: Satish Maneshinde, lawyer for the siblings https://t.co/Kg2QnpKQ6U
— ANI (@ANI) September 22, 2020
वहीं नारकोटिक्स डिपार्टमेंट के वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया सूत्रों को बताया कि बहुत जल्द इस केस में सारा अली खान, रकुल प्रीत एवं फैशन डिजाइनर सिमोन को भी पूछताछ के लिए तलब कर सकते हैं।
"News channels are showing my morphed pictures. They want to link me to a drug gang.", says #RakulPreetSingh on media houses harassing her! pic.twitter.com/ZB5JY1aXDp
— BombayTimes (@bombaytimes) September 18, 2020
इसके अलावा अभी पिछले हफ्ते रकुल प्रीत ने भी दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। उन्होंने एक याचिका दायर करते हुए कहा था कि ड्रग मामले में चल रहे मीडिया ट्रायल में रिया के साथ उनका नाम ना उछाला जाए। साथी ही उन्होंने यह भी आरोप लगाए कि इस तरह की जांच में मीडिया को खबर लीक करने की भी जांच होनी चाहिए क्योंकि इससे किसी की छवि भी खराब हो सकती है। न्यायालय ने उनकी याचिका के बाद अब कोर्ट से जवाब मांगा है।