पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बिहार गुप्तेश्वर पांडे ने सेवाओं से जल्द सेवानिवृत्ति की मांग की है और खबर है कि राज्य के राज्यपाल फागू चौहान ने कथित तौर पर उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। अक्टूबर-नवंबर में होने वाले बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले इस इस्तीफे पर फैसला होगा।
बता दें बिहार कैडर के 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी गुप्तेश्वर पांडे ने हाल ही में बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच के दौरान सुर्खियां बटोरी थीं।
Bihar DGP #GupteshwarPandey took VRS to contest the Assembly election from Buxar. Bihar Govt. accepts VRS within 24 hours. @shalinibadshah @shikhagulka @RAMCHAN13198642 @sandeephoodahr pic.twitter.com/heNorMohwD
— Kanhaiya kumar (@Kanhaiy36060185) September 23, 2020
दिवंगत अभिनेता की मृत्यु के मामले में डीजीपी पांडे ने मुंबई पुलिस को खूब खरी खोटी सुनाई। वहीं उनका यह बयान कि “रिया चक्रवर्ती की औकात नहीं है कि वो नीतीश कुमार पर टिप्पणी करे” ने विवादों को भी जन्म दिया। जिसके बाद उन्हें खुद आ कर इस मामले में सफाई देनी पड़ी। इस बीच खबर आ रही है कि डीजीपी, होम गार्ड्स, एस के सिंघल को बिहार डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
बता दें कि इससे पहले भी, 2014 में पांडे ने स्वैच्छिक रिटायरमेंट के लिए अनुरोध किया था क्योंकि वह कथित तौर पर राजनीति में उतर रहे थे और भाजपा का टिकट पाने की उम्मीद कर रहे थे। हालांकि, उन्होंने वीआरएस लेने के नौ महीने बाद भी जब उन्हें टिकट मिलने के कोई आसार नहीं दिखे तो फिर से उन्होंने अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए बिहार सरकार से अनुरोध किया।
— IPS Gupteshwar Pandey (@ips_gupteshwar) September 22, 2020
उनके अनुरोध को नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार ने स्वीकार कर लिया और शीर्ष पुलिस का कार्यभार उन्होंने फिर से स्वीकार कर लिया। चलते-चलते बता दें इन्हें 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बिहार पुलिस के डीजीपी बनाया गया था।