CFSL की रिपोर्ट से बड़ा खुलासा: नहीं मिले सुशांत की हत्या के सबूत, फांसी लगने से ही हुई थी मौत
तीन महीने से ज़्यादा समय से देश की बड़ी तीन केंद्रीय एजेंसियां जिस केस की जांच कर रही थी लगता है कि वो अब सुलझने वाला है। सूत्रों की माने तो CFSL यानी सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैब ने अपनी जांच में पाया कि सुशांत मामले में किसी भी तरह का कोई असमंजस नहीं है। बांद्रा स्थित फ्लैट में क्राइम सिन को फिर से दौहराने के बाद CFSL की टीम इस नतीजे पर पहुंची कि यह आत्महत्या ही है, जिसमें मौत फांसी लगने से हुई है। अपनी इस रिपोर्टर को साइंस लैब सीबीआई को सौंप चुका है। हालांकि अभी तक एजेंसी की तरफ से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
पार्शियल हैंगिंग
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अपनी इस रिपोर्ट में CFSL ने इसे पार्शियल हैंगिंग कहा है। जिसका मतलब होता है कि पैर हवा में ना हो कर जमीन या किसी चीज़ को टच कर रहे हो। इसमें व्यक्ति पूरी तरह हवा में नहीं रहता। बता दें जांच टीम ने सुशान्त के बांद्रा स्थित फ्लैट में फिर से घटना को दौहराया था, इसके साथ ही कपड़े की स्ट्रेट टेस्टिंग करवाने के बाद एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट तैयार की।
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इस रिपोर्ट में आगे कहा गया कि सुशांत ने फांसी लगाने के लिए अपने दोनों हाथों का उपयोग किया था, मेडिकल टर्म में इसे एम्बीडेक्सट्रस कहते हैं। वहीं जांच के दौरान टीम ने माना कि अपने आपको फांसी लगाने के लिए सुशान्त ने अपने दाहिने हाथ का उपयोग किया था। जांच रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि कमरे में ही रखे कपड़े का उपयोग कर सुशांत ने फांसी लगाई थी।
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इसके साथ ही इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि लटकने के बाद गले पर कितनी मात्रा में दाबाव पड़ा होगा, लटकने के बाद वे कितनी देर तक जिंदा रहे तथा गले के किस-किस हिस्से पर फंदे का असर पड़ा इन सभी पॉइंट को जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में जगह दी है।