राज कुंद्रा को जमानत पर छोड़ना सही नहीं, सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर देश छोड़कर विदेश भागने की आशंका
एडल्ट मूवी का निर्माण कर उसे प्रसारित करने के आरोप में राज कुंद्रा को 2 महीने पहले मुम्बई पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पिछले 61 दिन उनके सलाखों के पीछे ही गुज़रे हैं। इस बीच बिजनेसमैन राज कुंद्रा ने कई बार जमानत याचिका दी, मगर हर बार उसे खारिज़ कर दिया। पर 20 सितम्बर को आखिरकार मजिस्ट्रेट कोर्ट ने उन्हें 50 हज़ार के मुचलके पर जमानत दे दी।
बीते 21 सितम्बर को बिजनेसमैन राज कुंद्रा जेल से निकल कर अपने घर भी पहुंच चुके है। जेल से निकले राज कुंद्रा के माथे पर तिलक लगा हुआ था, वहीं वे काफी परेशान भी दिख रहे थे। उनकी आंखों में आँसू थे और वे अपनी कार में माथा पकड़ कर बैठे हुए थे। राज के चेहरे पर पिछले 2 महीनों की बेचैनी साफ दिख रही थी। हालांकि मामला अभी भी चल रहा है।
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राज कुंद्रा की जमानत के बाद अब कोर्ट के भीतर की खबरें भी आ रही है। कहा जा रहा है कि मामले की जांच कर रही टीम ने राज कुंद्रा की जमानत का विरोध किया था। जांच टीम की तरफ से कोर्ट में यह दलील दी गयी थी कि राज कुंद्रा को इस तरह जमानत पर छोड़ना सही फैसला नहीं होगा। साथ ही जांच टीम ने यह आशंका भी जताई कि राज कुंद्रा जेल से रिहा होने के बाद सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं, साथ ही उनके देश छोड़ कर विदेश भाग जाने की चिंता भी जांच टीम की तरफ से कोर्ट के सामने जताई गई।
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अब आपके मन में यह सवाल जरूर उठ रहा होगा कि जांच टीम की ठोस दलीलों के बावजूद राज कुंद्रा को आखिर जमानत कैसे मिल गयी? बता दें कि जांच टीम ने बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा को 19 जुलाई की रात एडल्ट मूवी बनाने और उन्हें प्रासारित करने के मामले में मुख्य आरोपी के रूप में गिरफ्तार किया था। इसके 2 महीने बाद बड़ी मुश्किलों से राज कुंद्रा को आखिरकार जमानत दी गयी। कोर्ट के ऑर्डर के मुताबिक, जांच कर रहे अधिकारियों ने सभी गवाहों के बयान कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसीजर के सेक्शन 164 के अंतर्गत दर्ज करवाये हैं। ऑर्डर में यह भी लिखा है कि वियान इंडस्ट्रीज के लैपटॉप और मोबाइल अफसरों की कस्टडी में हैं और इनसे छेड़छाड़ की संभावना नहीं है।
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इसके अलावा कोर्ट में यह भी बात उठाई गई कि इस मामले में बाकी आरोपियों को भी जमानत दे दी गयी है। वहीं अभी जांच भी बाकी है ऐसे में जब तक कोर्ट ट्रायल में कोई फैसला निकल कर नही आ जाता किसी भी आरोपी को जेल में रखना मुश्किल है। मजिस्ट्रेट कोर्ट ने अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट का भी हवाला दिया, जिसमें ट्रायल में वक्त लगने पर किसी भी आरोपी को जेल में ना रखने की बात कही गयी थी। हालांकि जमानत के बाद भी राज कुंद्रा को कोर्ट की शर्तों को मानना पड़ेगा।