यह अभिनेत्री जड़ चुकी है सबके सामने अमिताभ बच्चन को थप्पड़, सेट पर छा गया था सन्नाटा
बॉलीवुड में 50-60 के दशक में अभिनेत्रियों की इतनी पूछ परख होती नहीं थी। कुछ ही चुनिंदा अभिनेत्रियां जैसे आशा पारेख और मुमताज थी जिनका इंडस्ट्री पर एक छत्र राज हुआ करता था। इन्हीं अभिनेत्रियों में से एक अभिनेत्री थी वहीदा रहमान, वहीदा रहमान की खूबसूरती और अदाओं के लाखों चाहने वाले थे। यही वजह है कि उस दौर में वहीदा के साथ काम करने के लिए बड़े से बड़े एक्टर एक पैर पर खड़े रहते थे। हालांकि इसके बीच एक किस्सा ऐसा घटा जिसमें वहीदा रहमान सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को थप्पड़ जड़ने के लिए मजबूर हो गई। आइए जानते हैं 1971 के उस किस्से के बारे में जिसकी छाप आज भी लोगों के ज़हन में है।
1971 में आई फ़िल्म ‘रेशमा और शेरा’ में वहीदा रहमान अपने दौर के दो बड़े सुपरस्टार सुनील दत्त और अमिताभ बच्चन के साथ काम कर रही थी। यह पहला मौका था जब वहीदा रहमान और अमिताभ बच्चन साथ में स्क्रीन शेयर कर रहे थे। इस फ़िल्म का एक सीन ऐसा था जब वहीदा रहमान अमिताभ बच्चन के गाल पर एक जोरदार थप्पड़ जड़ती है। इसके लिए सेट और शॉट सभी को एक दम सटीक तरीके से सेट कर लिया गया था। इस दौरान वहीदा रहमान अमिताभ बच्चन को छेड़ते हुए यह भी कहती है कि अमित जी थोड़ा संभल कर रहिएगा आपको बड़ी करारी पड़ने वाली है।
जैसे ही डायरेक्टर सीन के लिए आवाज लगाई वहीदा ने अमिताभ बच्चन के गाल पर रसीद दिया एक जोरदार तमाचा, जैसा एक्ट्रेस ने कहा था यह उससे भी ज़्यादा करारा था। इसकी गूंज इतनी ज्यादा थी कि इसके बाद सेट पर काफी समय तक सन्नाटा पसर गया। सब एक दम खामोश हो गयी एक्ट्रेस वहीदा रहमान भी काफी डर गई थी। हालांकि वहीदा को इस हाल में देख कर अमिताभ ने वहीदा के गालों पर अपने दोनों हाथ रखे और कहा कि यह बहुत अच्छा था। साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया कि वे इस चीज़ का बुरा नहीं मानेंगे।
इसी फिल्म का एक किस्सा सुनाते हुए अमिताभ ने बताया था कि एक सीन के दौरान वे वहीदा की जूती ले कर दौड़ पड़े थे। इस किस्से को याद करते हुए अमिताभ बच्चन एक इंटरव्यू में कहते हैं कि इस फ़िल्म के एक सीन में रेगिस्तान में धूप में शूट करना था। और इस सीन को फिल्माते वक्त सुनील दत्त और वहीदा रहमान को नंगे पैर रहना था। जब डायरेक्टर ने जैसे ही कट बोला तो अमिताभ वहीदा की यह हालत देख नहीं पाए और उनकी तरफ जूती ले कर दौड़े ताकि वहीदा को ज़्यादा समय इस तपती हुई रेत में नंगे पैर खड़ा ना रहना पड़े।