दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के मामले में AIIMS के डॉक्टर सुधीर गुप्ता का एक बड़ा बयान सामने आ रहा है। कल तक जो कह रहे थे कि अब केस क्लोज़ हो चुका है अचानक से कहने लगे कि हत्या और आत्महत्या का पता लगा पाना मुश्किल, ताजा बयान में उन्होंने कहा है कि इतने कम समय में इस तरह के निष्कर्ष निकालना बेहद मुश्किल होते हैं इसके लिए और समय की आवश्यकता है। वहीं CBI को सौंपी रिपोर्ट पर उनका कहना है कि अभी तक हमें जांच में जो भी मिला हमने उसकी रिपोर्ट CBI को सौंप दी है।
बता दें कि सुधीर गुप्ता उन पांच डॉक्टरों में से एक हैं जिन्हें सुशांत केस में फोरेंसिक रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी मिली थी। इसके अलावा खबर आ रही है कि CBI की टीम एम्स से विसरा के सैम्पल समेत बाकी साइंटिफिक सैम्पल अपने साथ ले के चली गयी है। सूत्रों का मानना है कि सीबीआई AIIMS की रिपोर्ट पर आंख बंद करके यकीन नहीं कर रही, अब इस सैम्पल की जांच देश की बाकी दूसरी बड़ी फोरेंसिक लैब से भी करवाएगी।
Highly perturbed with AIIMS report. Going to request CBI Director to constitute a fresh Forensic team . How could AIIMS team give a conclusive report in the absence of the body,that too on such shoddy post mortem done by Cooper hospital wherein time of death also not mentioned .
— Vikas Singh (@vikassinghSrAdv) October 4, 2020
गौरतलब है कि इस फोरेंसिक रिपोर्ट से सुशांत का परिवार बिलकुल भी खुश नहीं है। सुशांत के पिता के वकील विकास सिंह ने अभी हाल ही में एक ट्वीट कर लिखा था कि AIIMS के डॉक्टर ने उन्हें बताया है कि सुशांत की हत्या हुई है। वहीं आज सुबह से डॉ सुधीर गुप्ता का भी एक टेप वायरल हो रहा है जिसमें वे भी सुशांत की हत्या की पुष्टि करते हुए दिख रहे हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि अगर यह सही है तो फिर आखिर किस मजबूरी के चलते रिपोर्ट में आत्महत्या की बात को दर्शाया है।
Getting frustrated by the delay in CBI taking a decision to convert abetment to suicide to Murder of SSR. The Doctor who is part of AIIMS team had told me long back that the photos sent by me indicated 200% that it’s death by strangulation and not suicide.
— Vikas Singh (@vikassinghSrAdv) September 25, 2020
मुम्बई पुलिस ने ठोकी अपनी पीठ
वहीं AIIMS की रिपोर्ट आने के बाद मुम्बई कमिश्नर ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अपनी पीठ को थपथपाया है। परमबीर सिंह ने कहा कि “कूपर हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने प्रोफेशनल पोस्टमॉर्टम किया था। जब हमसे सुप्रीम कोर्ट ने प्रोग्रेस रिपोर्ट मांगी थी, तो कोर्ट ने इस पर संतोष प्रकट किया था। ये रिपोर्ट सिर्फ 5-6 लोगों ने देखी थी। जिन्होंने इसकी आलोचना की थी, बिना देखे की। सब निहित स्वार्थ के चलते कर रहे थे।’