आखिरकार एक साल बाद मिला सुशांत को इंसाफ, घटना के मास्टरमाइंड को जांच टीम ने किया गिरफ्तार
बिहार के भागलपुर के खाद व्यापारी अनुजदेव सिंह के पुत्र सुशांत को हमेशा की नींद सुला देने वाले आरोपी नाढ़ा मियां को आखिरकार पुलिस ने अपनी दबोच में ले लिया है। पुलिस के नाम यह एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि इस घटना का मास्टरमाइंड नाढ़ा मियां ही था, उसने ही इस पूरी घटना को अंजाम दिया था। पुलिस का यह भी कहना है कि सुशांत को उड़ाने से पहले उसके पास रखे 25 लाख रुपये भी नाढ़ा मियां ने ही छुड़ाए थे।
गौरतलब है कि 5 सितम्बर 2020 को अकबरनगर भागलपुर मुख्य मार्ग एनएच-80 पर थाना क्षेत्र के भवनाथपुर बगीचे के समीप खेरैहिया गांव निवासी खाद व्यवसायी अनुजदेव सिंह के इकलौते बेटे सुशांत सिंह शिवम को हमेशा हमेशा के लिए इस दुनिया से रुखसत कर दिया गया था। घटना के बाद इस मामले ने काफी तूल पकड़ा था, सुशांत के परिवार वालों ने सड़क जाम से ले कर अनशन तक की चुनोती सरकार के समक्ष रख दी थी। यह सब बस अपने सुशांत को इंसाफ देने की मांग कर रहे थे। इस मामले में पुलिस ने भी दनादन कार्यवाही करते हुए 4 बदमाशों को जेल में बंद कर दिया। मगर अभी भी पुलिस के पास पुख़्ता सबूत नहीं थे, साथ ही पुलिस छुड़ाए गए 25 लाख रुपयों का भी पता नहीं लगा पाई थी।
मगर घटना के एक साल बाद पुलिस के हाथ नाढ़ा मियां का लगना एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार उसे स्थानीय पुलिस के मदद से एक धर्मशाला से गिरफ्तार किया गया है। कहा जा रहा है कि नाढ़ा मियां काफी समय से इस धर्मशाला में अपना नाम बदल कर रह रहा था। मीडिया से बात करते हुए एसएसपी निताशा गुड़िया बताते हैं कि नाढा मियां की गिरफ्तारी के लिए सिटी एसपी के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई थी। गौरतलब है कि नाढा मिया बिहार के पांच मोस्ट वांटेड अपराधियों में एक है।
इसी के साथ ही एसएसपी ने बताया कि इस मामले में पहले ही मु. लाल उर्फ आसिफ, परवेज अख्तर उर्फ दारा मियां गिफ्तार कर लिया गया था। अभी तक इस मामले में मु. अली, एजाज उर्फ नाढा, छोटू, आसिफ, सदभू पुलिस की पकड़ में नहीं आ पाए हैं। इसके अलावा दारा मियां के अवैध चीजें बरामद हुई हैं। इसलिए जगदीशपुर पुलिस उसे फिलहाल उसे रिमांड पर रख पूछताछ कर रही है। नाढा मिया पर इज़के अलावा भी कई अपराध थाने में दर्ज है। उन्होंने बताया कि इस मामले में अन्य बदमाशों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। साथ ही छुड़ाई गई राशि को बरामद करने का प्रयास किया जा रहा है।