CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी की प्रेम कहानी किसी फिल्मी स्टोरी से कम नहीं, सुनकर आंखें हो जाएंगी नम
कहते हैं न कि जोड़ियों किस्मत से बनती हैं। ऐसी ही एक जोड़ी थी देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की। जो चॉपर क्रैश में इस दुनिया को हमेशा-हमेशा के लिए अलविदा कह गए। दोनों का अंतिम संस्कार दिल्ली के बरार स्क्वेयर अंत्येष्टि स्थल पर किया गया। उनकी बेटियों ने उन्हें मुखाग्नि दी। जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की अंतिम विदाई में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। उनकी दिलेरी से तो हर कोई वाकिफ है। जिसने दुश्मनों के इरादों को पस्त कर दिया। लेकिन आज हम उस साथ की बात करने जा रहे हैं। जो शादी के सात फेरों से लेकर दुनिया से विदा लेते समय तक साथ रहा। जी हां, हम बात कर रहे हैं जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की।
दोनों की शादी किसी फिल्मी स्टोरी से कम नहीं है। हैरानी वाली बात तो ये रही कि उनकी पत्नी का जन्म जहां हुआ, उनकी शादी भी वही हुई। इस किस्से का खुलासा तब हुआ, जब मधुलिका रावत के भाई ने दोनों की लव स्टोरी के बारे में बताया। मधुलिका रावत के भाई यशवर्धन सिंह ने कहा कि किस्मत ने उन्हें मिलाया है। उन्होंने कहा, बिपिन रावत के पिता (लक्ष्मण सिंह रावत) ने उनकी बहन का हाथ अपने बेटे (Bipin Rawat) के लिए मांगा था। जनरल रावत के पिता भी सेना में अधिकारी थे। उन्होंने उनके पिता दिवंगत मृगेंद्र सिंह को पत्र लिखकर शादी की बातचीत की।
यशवर्धन सिंह ने एक मीडिया वेबसाइट से बातचीत में आगे बताया कि उनका परिवार मध्य प्रदेश में शहडोल जिले के सुहागपुर का रहने वाला है। लेकिन हमारे नानाजी का परिवार लखनऊ का रहने वाला है और उनकी बहन का जन्म वहीं हुआ था। ऐसे में उनका जन्म स्थान भी ’25, अशोक मार्ग’ है और उनकी शादी भी दिल्ली में ’25, अशोक मार्ग’ में हुई। उन्होंने कहा, ये एक सुखद संयोग था। दोनों अपनी ज़िंदगी खुशहाली से बिता रहे थे। लेकिन क्रैश में दोनों उन्हें छोड़कर चले गए। हालांकि, उनका साथ ज़िंदगी के अंतिम समय पर भी नहीं छूटा। दोनों को एक ही चिता पर मुखाग्नि दी गई। बिपिन रावत और मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) का साथ ज़िंदगी भर के सफर के साथ-साथ अंतिम समय पर भी बना रहा।
आपको बता दें कि जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत (Madhulika Rawat) की अंतिम यात्रा उनके आधिकारिक आवास से शुरु हुई थी। उनकी इस अंतिम यात्रा में उमड़ी भीड़ ने ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’ और ‘जनरल रावत अमर रहें’ जैसे कई नारे लगाए। जनरल की अंतिम यात्रा में आम लोग जहां उनपर पुष्प बरसाते नज़र आए। वहीं वाहन में बैठे लोग वाहन से उतरकर उन्हें सैल्यूट कर रहे थे। जिसे देखकर लोगों की आंखें नम हो गई। इस तरह लोगों ने देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को अलविदा कहा।