बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत और टैलेंट मैनेजर दिशा सलियन के मामले में मुंबई पुलिस के साइबर सेल ने वकील विभोर आनंद को कथित रूप से फर्जी खबरों का प्रसारण करने के लिए गिरफ्तार किया है।
अगस्त के महीने में वकील विभोर आनंद ने कथित रूप से तीन यूट्यूब वीडियो पोस्ट किये थे जिसके बाद पुलिस ने इनके खिलाफ प्राथमिकी कर ली थी। इन वीडियो में विभोर राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख तथा उनके साथ कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे के खिलाफ उन्होंने कई आरोप लागये थे, तथा उनकी मानहानि की है।
यह भी आरोप लगाया गया था कि वह सुशांत और दिशा मामले में फर्जी खबरों को प्रकाशित कर रहे थे, और इन दोनों मामलों के तार को आदित्य ठाकरे से जोड़ कर लोगों के सामने ला रहे थे।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “उन्हें गुरुवार को दिल्ली में उनके आवास से उठाया गया था और शहर लाया गया था। उन्हें अदालत में पेश किया गया और 19 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।”
उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत अन्य आरोपों के साथ मानहानि का मुकदमा दर्ज किया गया है।
बता दें कि सितंबर में, अभिनेता-निर्माता अरबाज़ खान ने शहर की एक दीवानी अदालत में मामला दायर किया था, और अदालत ने प्रतिवादी विभोर आनंद और दो अन्य को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रकाशित या हटाए गए मानहानि की सामग्री को वापस लेने का निर्देश दिया है।