टेलिस्कोप की मदद से नासा के वैज्ञानिकों को नजर आई अंतरिक्ष में अनोखी चीज, सोशल मीडिया पर साझा की तस्वीर
National Aeronautics and space Administration यानी नासा एक ऐसी वैज्ञानिक एजेंसी है जो अंतरिक्ष से जुड़ी जानकारियों को इकट्ठा करने का काम करती है। नासा अंतरिक्ष पर पैनी नजर रखती है और वहां होने वाली किसी भी तरह की गतिविधि की जानकारी दूसरे देशों को भी साझा करती है।
अब हाल ही में नासा ने टेलिस्कोप की मदद से अंतरिक्ष में एक अनोखी खोज की है। बता दें कि जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप की मदद से वैज्ञानिकों ने एक एस्टोरॉयड की खोज की है। इसकी तस्वीर उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा की है। बता दें कि ये एस्टोरॉयड मंगल ग्रह और बृहस्पति ग्रह के बीच में है।
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वैज्ञानिकों ने दी ये जानकारी
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस एस्टोरॉयड का आकार 300 से 650 फीट के बीच में है। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने हाल ही में इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि ये आकार में रोम के कोलोसियम की तरह है। नासा ने इस एस्टोरॉयड पर एक खास बयान जारी किया है।
नासा ने अपने बयान में कहा- यूरोपीय खगोलविदों ने क्षुद्रग्रह के बारे में बहुत ही गंभीरता से पता लगाया है। हालांकि ये किस प्रकृति का है और इसके क्या गुण हैं, इसे समझने के लिए इस पर और भी गहन अध्य्यन की जरूरत है। बता दें कि जर्मनी में मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर एक्स्ट्राटेरेस्ट्रियल फिजिक्स के एक खगोलशास्त्री थॉमस मुलर ने भी इस पर बात कही है।
थॉमस ने कहा- हमने, पूरी तरह से अप्रत्याशित रूप से- एक छोटे से क्षुद्रग्रह का पता लगाया है। बता दें कि जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप की मदद से ये खोज हो पाई है। इस टेलिस्कोप का मकसद है अंतरिक्ष में हो रही गतिविधियों पर नजर रखना। इसे बनाने में करीब 10 बिलियन डॉलर खर्च हुए थे।
आने वाले दिनों में मिल सकते हैं और भी ग्रह
एस्टोरॉयड की बात करें तो वैज्ञानिकों ने इस पर और भी जानकारी साझा की है। उनका कहना है कि ये 100 मिलियन किलोमीटर हमसे दूर है। अभी हमें बस यही मिला है। आने वाले दिनों में और भी ऐसे छोटे ग्रहों की खोज की जाएगी। वहीं गौर करने वाली बात है कि नासा ने हाल ही में पृथ्वी के आकार के एक नए ग्रह की भी खोज की है।
ये ग्रह पृथ्वी के आकार है और इसका नाम TOI 700 e है। नासा ने इससे पहले साल 2020 में भी एक ग्रह खोजा था। इस ग्रह को TOI 700 d नाम दिया गया था।
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