सुब्रमण्यम स्वामी की CBI से मांग, सुशांत केस में धारा 302 के तहत हो FIR
दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच फिलहाल CBI कर रही है। मगर अब तक उन्हें कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाया है। लिहाजा केस में हो रही देरी से सुशांत के परिवार वाले खुश नहीं है। इस बारे में जानकारी उनके वकील विकास सिंह ने हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी। उन्होंने यह भी कहा कि ड्रग एंगल आने के बाद जांच एजेंसियां मुद्दे से भटक गयी हैं। वहीं इसी बीच बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस पूरे मामले पर संज्ञान लेते हुए एक ट्वीट किया है। और सीबीआई से इस केस में हत्या का मुकदमा दायर करने की मांग की है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “सुशांत के लिए जल्द से जल्द इंसाफ की मांग करने वाले प्रशंसको के लिए देरी बहुत कष्टदायक है, मगर जांच सावधानी से चल रही है। मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि सीबीआई धारा 302 के तहत इस मामले में केस दर्ज कर लें, क्योंकि उनके पास मौजूदा जानकारी पर्याप्त है।”
It is troubling for SSR fans to see various investigations are treading too cautiously for the satisfaction of those who want early justice for Sushant. I think it about time CBI registers an FIR u/s 302 since it is bound to do so under law given the information obtained so far
— Subramanian Swamy (@Swamy39) September 27, 2020
सुशांत केस में हो रही देरी से उनके चाहने वालों के दिलों में रोष है। ऐसे ही सुशांत के एक उग्र फैन ने सुब्रमण्यम स्वामी की पोस्ट पर ट्वीट किया तो उसे रिप्लाय करते हुए बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने धीरज रखने की सलाह दी।
Don't lose mentally before the battle is physically lost. You may win
— Subramanian Swamy (@Swamy39) September 27, 2020
वहीं बीजेपी नेता ने एम्स के डॉक्टरों की टीम पर भी उंगली उठाई है। सुशांत केस में शुरुआत से मुखर रहे सुब्रमण्यम स्वामी ने एम्स के डॉक्टरों द्वारा जारी विसरा की रिपोर्ट पर भी संदेह जताया है और उसे सुनंदा पुष्कर वाले मामले से जोड़ा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था कि “कुछ पुलिस अधिकारी मीडिया में यह बता रहे हैं कि एम्स के पोस्टमार्टम से यह पता चलेगा कि यह हत्या थी या आत्महत्या. वे ऐसा कैसा कर सकते हैं, जब सुनंदा केस की तरह ही उनके पास एसएसआर का शव नहीं है?