अफगानिस्तान में लोकतंत्र पूरी तरह खत्म हो गया है, अब वहां की मिट्टी पर तालिबान का कब्जा हो चुका है। तालिबान के कब्जे के बाद पूरे देश में अफरा तफरी का माहौल हो चुका है। लोग यहाँ से किसी भी सूरत में निकलना चाहते हैं। विदेशी तो इस लिस्ट में शामिल है ही मगर अफगान के बहुत से स्थायी नागरिक भी तालिबान के साये में नहीं रहना चाहते। लिहाजा वे भी अपने वतन को छोड़ना चाहते हैं। यही कारण है कि इन दिनों अफगान से अफरा तफरी के वीडियो सामने आ रहे हैं। चाहे वो वीडियो एयरपोर्ट के हो या और कहीं के लोगों के चेहरे पर भय और बैचेनी साफ देखने को मिल रही है। तालिबान के कब्ज़े से अगर सब से ज़्यादा किसी को नुकसान होगा तो वो यहां की महिलाएं है।
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तालिबान के आने से महिलाओं का भविष्य तो अंधकार में चला ही गया था अब इसके परिणाम भी सामने देखने को मिल रहे हैं। दरअसल तालिबान ने स्थानीय धर्म गुरुओं को यह आदेश दिए हैं कि वे उन्हें 15 साल से बड़ी लड़कियों और 45 साल से छोटी उम्र की विधवाओं की एक लिस्ट बनाये और उन्हें सौंपे। तालिबान का उद्देश्य है कि इन लड़कियों से उसके साथियों का निकाह करवाया जा सके। इस फतवे के बाद यहां की महिलाओं में काफी डर का माहौल है।
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अब तालिबान ऐसी महिलाओं की सूची बनवा कर उनके जबरन निकाह की तैयारी कर रहा है। निकाह करने के बाद इन महिलाओं के साथ जानवरों से भी बुरा बर्ताव किया जाता है। निकाह की गई महिलाओं और लड़कियों को पाकिस्तान के वजीरिस्तान ले जाया जाता है। यहां पर इन्हें फिर से कट्टरपंथी तालिबान दी जाती है, और प्रामाणिक इस्लाम में कंवर्ट किया जाता है। यह भी एक मुख्य वजह है अफगानी नागरिकों को अपना वतन छोड़ कर किसी और के आगे पनाह की भीख मांगने पर मजबूर होने का। लोग अपने घर की महिलाओं को इन जानवरों से बचाना चाहते हैं।
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गौरतलब है कि जब अफगानिस्तान पर तालिबान राज किया करता था। उस दौरान भी बच्चो और महिलाओं पर बर्बरता का उदहारण दुनिया देख चुकी है। भले ही इस बार तालिबान की ज़बान में सौम्यता आई है और उसने महिलाओं के प्रति अपने नज़रिए पर भी ढील बरती है। मगर दुनिया तालिबान को अच्छे से जानती है इसलिए वो उसकी इस बातों पर बिल्कुल यकीन नहीं कर रही है। यहां तक कि अफगान नागरिक भी इस बात पर यकीन नहीं कर रहे हैं।