प्रधानमंत्री ने एक बार फिर देश वासियों को महामारी के बड़ते प्रकोप के चलते आगाह किया है। देश के नाम संबोधन में उन्होंने कहा कि देश संकटों के गहरे समुद्र से निकलकर अब किनारे की और बढ़ रहा है। इसके साथ ही उन्होंने वैक्सीन के लिए इंतज़ार कर रहे लोगों को आस बांधते हुए खा की अब हमें पहले से और ज्यादा सावधान होने की आवश्यकता है। ऐसा ना हो कि हमारी कश्ती वहां डूब जाए जहाँ पानी कम था। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने देश को यह आश्वासन भी दिलाया कि जो भी वैक्सीन तैयार की जायेगी वो वैज्ञानिक द्रष्टिकोण से हर मानक पर आंकी जायेगी।
Discussed various aspects relating to the COVID-19 situation, including further ramping up of health infrastructure and ensuring vaccination to our citizens, during the interaction with CMs earlier today. https://t.co/lLs8auUQN1
— Narendra Modi (@narendramodi) November 24, 2020
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने वक्तव्य में कहा कि ”हम हाल ही में आपदा के गहरे समुद्र से निकले हैं। दुनिया को यह लग रहा था कि भारत तो नहीं संभल पाएगा। आपदा के गहरे समुद्र से निकलकर हम किनारे की ओर बढ़ रहे हैं। हम सभी लोगों के साथ वो पुरानी जो शे’र-शायरी चलती है वैसा ना हो जाए- कि हमारी कश्ती भी वहां डूबी जहां पानी कम था। यह स्थिति हमें नहीं आने देनी है। जिन देशों में कोरोना कम हो रहा था, वहां तेजी से संक्रमण फैल रहा है। हमारे देश के कई राज्यों में भी यह ट्रेंड चिंताजनक है। इसलिए हम सभी को पहले से अधिक जागरूक रखना होगा।”