कुंभ को संतो का मेला कहा जाता है। कुंभ के दौरान देश विदेश के जाने पहचाने संत एक जगह एकत्रित होते हैं। ऐसे में कई ऐसे संत भी होते हैं जो जिन्हें आप बस कुंभ के मेले में ही देख सकते हो आम दिनों में इन संतो को देखना काफी नामुमकिन सा हो जाता है। यही वजह है कि लोग कुंभ ऐसे विचित्र साधु संतों के दर्शन के लिए कतार लगा लेते हैं। इन दिनों हरिद्वार में कुंभ मेले का आयोजन किया जा रहा है, और इस कुंभ में भी एक ऐसे संत आये हैं जो सभी के आकर्षण के केंद्र बन गए हैं।
जिन सन्यासी के बारे में हम आज आपको बताने जा रहे हैं वे महज़ 18 इंच के हैं, इसके साथ ही उनका वजन भी महज़ 18 किलो है। इन विचित्र संत का नाम स्वामी नारायण नंद है। स्वामी जी जूना अखाड़ा के नागा संत है, अखाड़े की तरफ से यह दावा किया गया है कि स्वामी जी दुनिया के सबसे छोटे नागा साधु हैं। 18 इंच के इन संत के पास हमेशा श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। लोग इनके सिर्फ दर्शक पाने के लिए लंबी लंबी कतारों में लगते हैं। वहीं कई ऐसे भक्त भी बाबा के पास आते हैं जो सेल्फी भी खिंचवा कर जाते हैं।
बाबा स्वामी नारायण नंद आपको हमेशा व्हीलचेयर पर ही बैठे हुए मिलते हैं। वहीं अगर उनको कहीं जाना हो तो उनका सहयोगी इस मामले में उनकी मदद करता है। अपने इसी सहयोगी की मदद से बाबा गंगा में भी डुबकी लगाते हैं। स्वामी नारायण नंद झांसी के रहने वाले हैं, महज़ 10 वर्ष की उम्र में ही इनके सर से माँ बाप का साया चला गया। 2010 के कुम्भ में बाबा ने जूना अखाड़े में अपने आपको रजिस्टर करवा लिया।
संत बनने से पहले स्वामी नारायण नंद सत्यनाराण पाठक के नाम से जाने जाते थे। बाद में अखाड़े ने उनका नामकरण किया। बाबा ने अभी तक उज्जैन, नासिक, प्रयागराज और हरिद्वार सहित 12 कुंभ मेले में अपनी शिरकत कर चुके हैं। 11 मार्च को महाशिवरात्रि के दौरान हरिद्वार कुंभ में बाबा आये थे। स्वामी नारायण नंद जब भी हर की पौढ़ी पर स्नान करने आते हैं तो लोग उन्हें घेर लेते है। लोग उन्हें बावन भगवान कह कर भी बुलाते हैं।